बीरभूम हत्या मामले पर एनएचआरसी ने पश्चिम बंगाल सरकार, पुलिस प्रमुख को नोटिस जारी किया
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने बीरभूम जिले के बोगतुई गांव में हुई आठ लोगों की हत्या के संबंध में मुख्य सचिव के माध्यम से पश्चिम बंगाल सरकार और राज्य के पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी किया है।
उन्होंने बताया कि आयोग ने चार सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट पेश करने को कहा है। अधिकारी ने आगे कहा कि इसमें दर्ज प्राथमिकियों की स्थिति, गांव के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए कदम और सरकार द्वारा दी गई राहत अथवा पुनर्वास आदि के बारे में विस्तार से बताने के निर्देश दिए गए हैं।
ये किसी के बाप का रास्ता है क्या? बीरभूम पहुंचकर ममता बनर्जी पर बरसे अधीर रंजन
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी गुरुवार को पश्चिम बंगाल के बीरभूम के रामपुरहाट पहुंचे। यहां उन्होंने बीरभूम में हुई घटना पर ममता सरकरा पर हमला बोला। अधीर रंजन ने कहा कि यहां के लोग सरकार पर भरोसा नहीं करते हैं, इसलिए हमने आर्टिकल 355 की मांग की है, हम इसके लिए कोर्ट में भी गए। हमारी मांग है कि CBI की जांच हो। बंगाल की मुख्यमंत्री आज यहां पिकनिक करने आईं थीं। हेलिकॉप्टर से आईं यहां खाना खाया और चली गईं।
अधीर रंजन ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री को यहां के लोगों के साथ बैठ कर उनकी बात सुननी चाहिए थी। मुझे भी यहां आने से रोका गया था, मैंने 2 घंटे धरना दिया तब जाकर मुझे यहां आने की इजाजत मिली। ये किसी के बाप का रास्ता है क्या? ममता बनर्जी के पिता जी की संपत्ति है क्या?
ममता सरकार के खिलाफ जो बोलेगा उसकी हत्या कर दी जाएगी- कैलाश विजयवर्गीय
गुरुवार को बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल अराजकता की स्थिति में है। 2021 में विधानसभा चुनाव के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं के घरों में आग लगा दी। कई कार्यकर्ताओं की हत्याएं हुई हैं। ये हत्याएं सरकार के तत्वावधान में हो रही हैं। लोग दहशत के माहौल में जी रहे हैं।
विजयवर्गीय ने ममता सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में लोगों को बोलने की आजादी नहीं है और जो सरकार के खिलाफ बोलता है उसकी हत्या कर दी जाती है। पश्चिम बंगाल में कोई भी कानून व्यवस्था नहीं है। अगर परिस्थितियां ऐसी ही बिगड़ती हैं तो हम राष्ट्रपति शासन की मांग करेंगे।
आपको बता दें कि बीरभूम जिले के बोगतुई गांव में तृणमूल कांग्रेस के एक पंचायत पदाधिकारी की हत्या के बाद मंगलवार तड़के करीब एक दर्जन झोपड़ियों में आग लगा दी गई थी जिसमें दो बच्चों सहित आठ लोगों की जलकर मौत हो गई थी।