लाखोचक की स्थापना के 85 वर्ष पूर्ण, किया गया भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन
लाखोचक : रविवार को जिले के चानन प्रखंड स्थित मध्य विद्यालय लाखोचक की स्थापना के 85 वर्ष पूर्ण होने पर वार्षिकोत्सव के दूसरे व अंतिम दिन जिला हिन्दी साहित्य सम्मेलन के तत्वावधान में भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन के उपाध्यक्ष कवि रामचंद्र पासवान ने की तथा संचालन सचिव देवेंद्र आजाद एवं शिक्षक पीयूष कुमार झा ने संयुक्त रूप से किया। कार्यक्रम का शुभारंभ कवि राजेन्द्र राजन
दशरथ महतो, भोला पंडित, मुंद्रिका सिंह, सिराज कादरी, रामचंद्र पासवान, प्रधानाध्यापक आनंद कुमार, माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला उपाध्यक्ष अरविंद कुमार भारती ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस अवसर पर विद्यालय की छात्राओं प्रिया कुमारी,अन्नु कुमारी, करिश्मा कुमारी, सुहानी कुमारी ने स्वागत गीत तथा सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई।कवि सम्मेलन में कवि राजेन्द्र राजन ने सफर में कौन निकले हैं खाइयाँ, चारों तरफ जैसे लिपटती जा रही तन्हाईयां, कवि भोला पंडित ने “सुनो हमरा मम्मी पापाजी, हमर अरमा करो कबूल पढे ले जैबो हम इसकूल।कवि दशरथ महतो ने जल संरक्षण पर आधारित कविता प्रस्तुत करते हुए कहा ” कुंआ कूड़ेदान बन गया, पोखर पर बन गया मकान, बंद हुआ बोतल में पानी ब्रिकी का बन गया समान। कवि मुंद्रिका सिंह ने रे मानव तेरी करनी से आज हर जीव बारूद पे खड़ा है, क्या धरती बच पाएगी, जिस पायदान पर तू खड़ा है। कवि जीवन पासवान ने “किस मुद्दा पर बात करूँ, हर दामन दागदार है, बद से बदतर थाने की हालत न्यायालय व्यापार है. कवि सिराज कादरी ने “ धरती हरी-भरी रहे आकाश मुस्कुराए, कुछ कर दिखाओ ऐसा इतिहास जगमगाए।अरविंद भारती ने देश के सपूत वीर देश के जवान, आ रहे हैं दुर्दिन हो जाओ सावधान।इस अवसर पर कवि रोहित कुमार, कामेश्वर प्रसाद यादव, शिवदानी सिंह बच्चन, सीता भारती पीयूष कुमार झा ने भी कविता पाठ किया।इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक आनंद कुमार एवं प्रतिभा चयन एकता मंच के मुख्य परीक्षा नियंत्रक श्रवण कुमार के द्वारा सभी कवियों का सम्मान अंगवस्त्र, पुस्तक व कलम तथा जय लाखोचक पुस्तिका देकर किया गया। इस अवसर पर वर्ग अष्टम के छह छात्रों को कविगण के द्वारा पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम का समापन वंदे मातरम के सामूहिक गान से हुआ।इस अवसर पर सभी शिक्षक व बाल संसद के सभी सदस्य उपस्थित थे।कवि सम्मेलन के साथ ही मध्य विद्यालय लाखोचक के दो दिवसीय वार्षिकोत्सव का भव्यता पूर्वक समापन हो गया।