हत्या का एक वर्ष बीत जाने के बाद भी हत्यारा गिरफ्त से बाहर,आन्दोलन का मन बनारहे हैं ग्रामीण
जामताड़ा : नारायणपुर थाना क्षेत्र के धोबना गांव निवासी सिकंदर मियां हत्याकांड के एक वर्ष बीत गए लेकिन जामताड़ा पुलिस मामले का उद्भेदन करने में असफल रहा है। पुलिस की नाकामी से स्थानीय युवाओं और ग्रामीणों में प्रशासन को लेकर भारी आक्रोश है। स्थानीय युवाओं ने बैठक कर निर्णय लिया कि अगर पुलिस का ढुलमुल रवैया बरकरार रहा तो हमलोग आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।
हत्या का एक वर्ष बीत जाने के वाद भी हत्यारा गिरफ्त से बाहर,आन्दोलन का मन बनारहे हैं ग्रामीण
ज्ञात हो कि ठीक एक वर्ष पूर्व दिव्यांग पारा शिक्षक सह समाजसेवी सिकंदर मियां 6 फरवरी 2021 को अपने घर से करीब 6 बजे शाम को सकलपुर के लिए निकले थे जब देर रात तक घर वापस नहीं लौटे तो घर वालों ने फोन लगाया, उनका मोबाइल ऑफ बताया अहले सुबह को घर वाले सिकंदर मियां के खोजबीन के लिए निकले ही थे कि ग्रामीणों ने आकर बताया कि सिकंदर का शव सकलपुर के जंगल में फेंका पड़ा है। खबर सुनकर ग्रामीण दौड़ते हुए वहां पहुंचे तो देखा किसी ने उनके सिर पर धारदार हथियार से मारकर हत्या कर दिया है। स्थानीय लोगों द्वारा दिए जानकारी पर पुलिस घटना स्थल पर पहुंचे। ग्रामीणों की मांग पर खोजी कुत्ता भी लाया गया था। परिजनों ने अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज करवाया, जिसका कांड संख्या 07/2021 नारायणपुर थाने में दर्ज है। परिजनों ने न्याय के लिए पुलिस के उच्च अधिकारियों से भी कई बार गुहार लगाया लेकिन पुलिस अब तक अपराधियों को चिन्हित करने में असफल रही है। पुलिस के लचर रवैए को लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है।