मोर की संरक्षण को लेकर वन विभाग सचेत, फैला रहे हैं जागरूकता ग्रामीणों के बीच मोर को बचाने के लिए
जिले के कुंडाहित प्रखंड व फतेहपुर प्रखंड में मोर को विचरण करते देखे जा सकते हैं
जिला वन विभाग जियो टैगिंग व अन्य स्रोतों के जरिए मोर की गणना एवं इसके बचाव में है जुटी
जामताड़ा : जामताड़ा जिला वन विभाग राष्ट्रीय पक्षी मोर की संरक्षण को लेकर इन दिनों जुटी हुई है। जिले के कुंडाहित व फतेहपुर के जंगलों एवं ग्रामीण इलाकों में इसको लेकर विभाग की ओर से ग्रामीणों के बीच इन दिनों जागरूकता फैलाई जा रही है जिससे कि इन प्रखंडों में मोर स्वतंत्र रूप से विचरण कर सके। मोर की संख्या में बढ़ोतरी हो सके। विभाग की ओर से राष्ट्रीय पक्षी मोर की सटीक संख्या को लेकर इन दिनों जियो टैगिंग व अन्य स्रोतों के जरिए गणना का कार्य किया जा रहा है। इसके तहत मोर की पंख व मल को इकट्ठा कर गणना में जुटी है। जिले के फतेहपुर प्रखंड के भोतुडीह जंगल, लालूडीह जंगल,खट्टाजोड़ी जंगल व कुडाहित के जंगलों में पाए जाने वाली मोर की गणना में विभाग विभाग जुटी हुई है।
क्या कहते हैं डीएफओ
डीएफओ अजिंक बनकर ने कहा कि राष्ट्रीय पंछी मोर जामताड़ा जिले के कुंडहित व फतेहपुर प्रखंड के जंगलों में है। वन विभाग की ओर से जियो टैगिंग व अन्य स्रोतों के जरिए मोर की गणना एवं इसके बचाव में काम किया जा रहा है। वही ग्रामीणों में मोर की संरक्षण एवं स्वच्छंद रूप से विचरण कर सके। इसे लेकर ग्रामीणों के बीच जागरूकता फैलाई जा रही है।