हरिशंकर यादव को सवाल पूछने की बारी आई तो वे सीट पर नहीं
पटना : ग्रामीण कार्य मंत्री जयंत राज के दिखवा लेते हैं हुजूर कहते ही विधानसभा में ठहाके लगने लगे। विधानसभा में ग्रामीण कार्य विभाग के 112 सवाल थे। हर सवाल के जवाब पर जब प्रश्नकर्ता सभाध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा से असंतुष्ट होने की बात कहते तो मंत्री तुरंत कहते कि दिखवा लेते हैं। दो-तीन सवालों में जब मंत्री यही वाक्य दुहराने लगे तो सदन में ठहाके लगने लगे।
प्रश्नकर्ता ने कहा कि पिछले सत्र में भी मंत्री यह वाक्य बोले थे कि दिखवा लेते हैं। बुधवार को विधानसभा की पहली पाली में कई मौके आए जब हास-परिहास की स्थिति बनी। ग्रामीण कार्य मंत्री की ओर से बार-बार दिखवा लेते हैं बोले जाने पर भाई वीरेंद्र ने चुटकी ली कि मंत्रीजी हमेशा यही कहते हैं। इस पर सभाध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने टोका कि भटकाइए मत भाई वीरेंद्र जी।
हरिशंकर यादव को सवाल पूछने की बारी आई तो वे सीट पर नहीं थे। बाद में जब वे आए तो सभाध्यक्ष ने उनको सवाल पूछने का अवसर दिया। ऑनलाइन जवाब नहीं मिलने पर भी वे बोले कि पूरक पूछ रहा हूं महोदय। इस पर सभाध्यक्ष ने कहा कि जब जवाब ही नहीं मिला है तो पूरक कैसे पूछिएगा। तब मंत्री ने जवाब पढ़ा।
गायत्री देवी के एक सवाल के जवाब में जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने कहा कि मंदिर को पिछली बार भी बचा लिया था, आगे भी बचाएंगे। इस पर भाई वीरेंद्र ने चुटकी ली कि केवल मंदिर ही बचाएगा। तब सभाध्यक्ष ने कहा कि आपको भी बचाएंगे मंत्रीजी, चिंता मत करिए। संजय सरावगी के सवाल पर जब मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि जल्द ही करेंगे तो प्रश्नकर्ता ने कहा की कब तक।
अवध बिहारी चौधरी ने टोका तो मंत्री फिर बोले की तकनीकी मामला है, लेकिन जल्द ही करा देंगे। राजद के ललित यादव जब खड़े हुए तो सभाध्यक्ष ने टोका कि प्रश्नकाल है, राजनीति काल नहीं। जितेंद्र कुमार राय का नाम पुकारने पर जब उनकी आवाज नहीं आई तो सभाध्यक्ष ने कहा अनुपस्थित। इस पर जितेंद्र राय खड़े हुए और कहा कि हैं सर। प्रमोद कुमार सिन्हा पूरक सवाल पूछने के दौरान जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा को सक्रियशील बताया। इस पर सभाध्यक्ष ने कहा कि सभी मंत्री सक्रियशील हैं।
होली की छुट्टी का दिखा असर
आम तौर पर प्रश्नोत्तरकाल में सदन में सदस्यों की संख्या अच्छी-खासी रहती है। लेकिन होली की छुट्टी के बाद सदन की कार्यवाही शुरू होने के कारण सदस्यों की संख्या कम रही। पक्ष-विपक्ष, दोनों ही खेमे में सदस्यों की संख्या कम देखी गई। सदस्यों के नहीं होने के कारण प्रश्नकाल में उनका सवाल नहीं आया। अनुपस्थिति होने के कारण जिन सदस्यों का सवाल नहीं पूछा जा सका उसमें महबूब आलम, मो अनजार नईमी, मो इसराईल मंसूरी, ज्योति देवी, मिश्रीलाल यादव, बीरेंद्र कुमार, प्रकाश वीर शामिल रहे।