शिवम ठाकुर सुरक्षित पहुंच गया यूक्रेन संकट के बचकर गाजियाबाद का रहने वाला
इसके बाद से वे हॉस्टल के बंकर में रहे और भूखे ही पोलैंड के रास्ते जाने के लिए तैयार हुए लेकिन उन्हे पोलैंड में एंट्री नहीं मिली और उन्हें वापस उझारोद आना पड़ा था। वह चार दिन तक बिना खाना खाए सिर्फ पानी के सहारे रहे। सोमवार रात उन्होंने हंगरी के लिए बस पकड़ी और सुबह करीब 7 बजे वे हंगरी के बुडापेस्ट पहुंचे, जहां भारतीय एंबेसी ने उन्हें खाना दिया और रहने की व्यवस्था भी की। उसके बाद वह एयरपोर्ट पर आ गए।
बेटे की याद में नहीं आती थी नींद
शिवम के पिता ने बताया कि जब से युद्ध शुरू हुआ, तब से बेटे की चिंता में वे लोग चैन से सो नहीं पाते थे। मंगलवार को जब पता चला कि बेटा रात को फ्लाइट से भारत के लिए रवाना होगा तो राहत की सांस ली। सुबह जब बेटा घर आया तो उसे देखकर आंसू निकल गए। शिवम ने बताया कि दिल्ली एयरपोर्ट पर भारत सरकार के प्रतिनिधिमंडल ने सभी स्टूडेंट्स का स्वागत किया।