जब तक ये सिंडिकेट का खात्मा नहीं होता तब तक जहरीली शराब से मौत का सिलसिला जारी
राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा ने बिहार के एनडीए के सरकार पर सवाल खड़े कर कहा कि डेड़ वर्षो से सरकार चल रही थी,और डेढ़ साल से भ्रष्टाचार को स्वीकार करना भी भ्रष्टाचार है।
उन्होंने जहरीली शराब से मौत पर कहा कि जहरीली शराब को लेकर बिहार में एक सिंडिकेट चल रहा है जिसका तार ऊपर के महकमें तक जुड़ा है..जब तक ये सिंडिकेट का खात्मा नहीं होता तब तक जहरीली शराब से मौत का सिलसिला जारी रहेगा।
ANCHOR:VIP सुप्रिमो मुकेश साहनी पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल द्वारा लगाए गए गंभीर आरोप ….मछुआरा समाज के लिए बड़ी साजिश,विभागीय मंत्री ने मछुआरा समाज का बहुत नुकसान किया है…वाली बयान पर राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा ने अपनी राजनीति रोटी सेखते हुए,बिहार के एनडीए सरकार पर सवाल खड़े कर कहा कि पिछले डेढ़ साल से सरकार चल रही थी….डेढ़ साल भ्रष्टाचार को स्वीकार करना भी भ्रष्टाचार है।
मनोज झा ने कहा कि मुकेश सहनी के बाद भाजपा का अगला निशाना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जदयू पार्टी है…उसे छत विक्षप्त कर देंगे…उन्होंने नीतीश कुमार को सलाह देते हुए कहा कि अगर आप सही मायने में जेपी के राजनीतिक धारा के थे तो आप भाजपा के आगे झुकना छोड़ दे और संदेश दे कि अब कुर्सी के लिए और समझौता नहीं करूंगा।
मुकेश सहनी के लिए राजद का दरवाजा बंद पर मनोज झा ने कहा कि
Vip पार्टी के साथ हमारा दुखद सा रिश्ता रहा….नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने उनपर बहुत भरोसा किया,लेकिन उसके जबाव में मुकेश सहनी जो टिप्पणी नेता प्रतिपक्ष को लेकर किया जो काफी दुखद है…हमारी पार्टी ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दिया….और आज जो भाजपा के नेता ने जो मुकेश सहनी पर अशोभनीय टिप्पणियां कर रहे है..जिससे मुकेश जी को सोचना चाहिए कि राजनीति में शॉर्टकर्ट नहीं हुआ करता ..राजनीति में शॉटकट ढूढने से बड़ी परेशानियां हुआ करती है।
बिहार में जहरीली शराब से लोगों की मौत पर राजद प्रवक्ता मनोज झा ने कहा कि अगर प्रशासन तय कर ले कि शराब बिहार नहीं आयेगा तो कैसे आएगा…उन्होंने बताया कि बिहार में जहरीली शराब का एक सिंडिकेट चल रहा है जिसका ताल्लुक उपर के महकमे पटना तक हैं…जब तक सिंडिकेट का खात्मा नहीं होगा तब तक लोग जहरीली शराब पीकर मरते रहेंगे।
उन्होंने कहा कि जहरीली शराब पर सीएम नीतीश कुमार अशोभनीय और संवेदनहीन टिप्पणी करते है कि गड़बड़ चीज पियेगा तो मरेगा..लेकिन नीतीश कुमार को सोचना चाहिए कि जिन घरों का चिराग जाते है,उन घरों को रोशन करने में कई वर्ष लगते है।
नीतीश कुमार अलग रास्ते मे भटक गए है और व्यवस्थाएं बेहतर नहीं करना चाह रहे है।