अभी भी एन डी आर एफ की टीम और ग्रामीण द्वारा खोज जारी
जामताड़ा : बराकर नदी में नौका पार करते समय ओवर लोड और आंधी तूफान के चलते नाव पलट गई थी। जिसमें सवार सभी व्यक्ति नदी में डुब गये थे। लेकिन उनमें से पांच आदमी तैरकर नदी से किसी तरह बाहर आ गए थे।शेष लोग लापता थे। यह दुर्घटना 24 फरवरी शाम पांच बजे की आसपास हुई थी। दुर्घटना की सूचना मिलने पर
उसी रात से जिला प्रशासन और अगल बगल के ग्रामीणों ने लापता व्यक्तियों की खोज शुरू कर दिए थे। घटना के एक दिन बाद एक लाश मिला था। उसके बाद लगातार लाशें प्राप्त होने लगी।कुल आठ लाशें ढूंढ निकाला गया था। आज प्रातः की सूचना अनुसार पुनः और चार लाशें ढूंढ निकाला गया है। जिसमें से आज
1.पांडेसर मोहली ग्राम पंजेनिया
2.मनेस मंडल ग्राम बीरगांव
3.रसीक किस्कू गांव बीरगांव
4.मोफीज अंसारी ग्राम बीरगांव
के रूप में पहचान की गई है।इन चारों में से एक मनेस मंडल बीरगांव का अंदेशा था कि वह नाविक है।वह जरूर नदी से निकल कर कहीं चला गया होगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ है।मनेस मंडल भी नदी में समा गया था। जिसकी लाश आज मिला है।
इस प्रकार से अबतक कुल लापता व्यक्तियों में से 1+7+4 लाशें प्राप्त किया जा चुका है। पहले बताया जाता रहा था कि नाव में कुल 16 यात्री सवार थे।उस हिसाब से अब मात्र दो लाशें ही लापता हैं। क्यों कि चार व्यक्ति दुर्घटना के बाद तैर कर नदी से बाहर निकलने में सफल हो गए थे।
लेकिन ग्रामीणों के अनुसार नाव पर 18 से बीस व्यक्ति सवार थे। मोटरसाइकिल और साइकिलें भी थी। सूचना अनुसार अभी तक कुछ मोटरसाइकिल और साइकिलें भी प्राप्त किया जा चुका है।
नाव दुर्घटना शाम पांच बजे के आसपास आंधी तूफान के दबाव से हुई है। लेकिन कुछ लोगों का यह भी कहना है कि नाव में क्षमता से अधिक भार चढ़ा हुआ था।बारबंदिया नाव घाट से चल कर बीरगांव नदी घाट आने के क्रम में उस जगह पर यह दुर्घटना घटी है जहां बताया जा रहा है कि वहां 35 से 40 फीट गहरा पानी है।
आज सभी प्राप्त चार लाशों को पोस्टमार्टम हेतु प्रशासन द्वारा जामताड़ा भेज दिया गया है। अभी भी एन डी आर एफ की टीम और ग्रामीण द्वारा खोज जारी रखें हुए हैं।